रियाद। सऊदी अरब में प्रगतिवादी लोगों के एक समूह ने उन महिलाओं की दोबारा शादी के लिए माहौल बनाने का फैसला किया है जिनके पति की मौत हो गई है या फिर उनका तलाक हो चुका है।
सऊदी अरब में अविवाहित महिलाओं की संख्या 20 लाख से ज्यादा है, इनमें बड़ी संख्या विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं की है। इस देश में पुरुषों के लिए बहु विवाह प्रथा प्रचलित है जबकि महिलाओं के मामले में दोबारा विवाह को अच्छा नहीं माना जाता।
हालांकि इसके लिए कोई कानूनी रोक-टोक नहीं है। एक सौ संस्थापक लोगों के इस प्रगतिवादी समूह में डॉक्टर, इंजीनियर, यूनिवर्सिटी प्रोफेसर और धार्मिक विद्वान शामिल हैं। इनमें आठ महिलाएं भी हैं।
इस समूह के मुख्य संस्थापक अताअल्लाह अल अबर के अनुसार पुरुषों का एक से ज्यादा शादी करना और महिलाओं को जीवन में सिर्फ एक बार शादी करना, कुछ अटपटी सामाजिक असमानता है। इसे लोगों को मिल-जुलकर दूर करना चाहिए।