गर्मी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही जंगलों की आग फिर विकराल रूप लेने लगी है। बुधवार को पौड़ी के स्मृति वन में धधकी आग ब्लाक दफ्तर तक पहुंच गई। ब्लाक कर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से तीन घंटे में आग पर काबू पाया। इस दौरान ब्लाक दफ्तर से सटे आरटीओ और ट्रेजरी कार्यालय भी बाल-बाल बचे। श्रीनगर-पौड़ी रोड पर गैस गोदाम और केरोसिन के टैंक को बमुश्किल बचाया गया।
देवप्रयाग क्षेत्र के अंतर्गत 400 केवी विद्युत सब स्टेशन खंदूखाल और भैस्वाड़ा गांव के समीप जंगल आग में धधक उठे। लपटें इतनी तेज थी कि आग बुझाने गए लोगों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। उत्तरकाशी जिले के टौंस वन प्रभाग में कंडियालगांव एवं भराणा के जंगल दो दिनों से आग की चपेट में हैं। गंगा घाटी में गणेशपुर गांव में जंगल की आग पेट्रोल पंप तक पहुंचने से हड़कंप मच गया। पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लाक के ग्राम कूतनी में जंगल की आग के गांव में पहुंचने से छह परिवारों की गोशालाएं जल गई। आठ मवेशी जिंदा दफन हो गए।