मुंबई का कमाठीपुरा एक बड़े वेश्यालय की वजह से बदनाम और मशहूर दोनों हो चुका है। इस वेश्यालय को कुछ लोकल गैंगस्टर मिलकर चलाते हैं। खाली वक्त में जेल में बंद रहने वाली यहां की 70 प्रतिशत लड़कियों को एड्स हो चुका है।
आज वुमन डे है। दुनियाभर में महिलाओं के अधिकारों के लिए बातें चल रही है। देखने में ऐसा लगता है कि सब ही चाहते हैं कि महिलाएं आगे बढ़ें, सशक्त हों पर असलियत कुछ और ही है।
क्योंकि भारत में ही कई जगहें ऐसी हैं, जहां अधिकारों को तो छोड़िए लड़कियों की आवाज और दर्द तक को अंधेरे में कहीं दबा दिया जाता है। ऐसे ही दर्द को बयां करती एक डॉक्यूमेंट्री चैनल 4 ने बनाई थी। इसमें मुंबई के कमाठीपुरा में बने वेश्यालय की बात की गई है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे वहां रह रही लड़कियों पर अत्याचार होता है।
इस बड़े वेश्यालय में लगभग 20 हजार लड़कियां काम करती हैं। आकंड़ों की मानें तो इनमें से 70 प्रतिशत लड़कियों को HIV हो चुका है। इनमें से ज्यादातर लड़कियां बहला-फुसलाकर लाई गई हैं। यहां मजबूरन काम करने वाली लड़कियां बताती हैं कि अगर वह काम करने के लिए मना करती हैं तो उन्हें जान से मारने और बेच देने की धमकी दी जाती है।
अपना दर्दनाक अनुभव बताते हुए एक लड़की कहती है, ‘हमें कैदियों की तरह बांधकर रखा जाता है, मना करने पर मारा-पीटा जाता है। इसमें एक लड़की बताती है कि उसे उसका पड़ोसी काम दिलवाने के बहाने से वहां ले गया था। वह कहती है, ‘मैंने उनसे कहा था कि मुझे ट्रेन में बैठा दो मैं वापस घर चली जाऊंगी। इसपर जिसने मुझे खरीदा था, उसने और उसकी बेटी ने मुझे बहुत मारा। फिर, जिसने मुझे खरीदा था उसने मेरे हाथ पकड़े और उसकी बेटी ने मेरी टांग पकड़ी थी। फिर जो कस्टमर थे वह मेरे ऊपर जबरदस्ती बैठ गए। इसके बाद वह इतनी बीमार हो गई कि उसे तीन महीने के लिए हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ा।
वहीं दूसरी लड़की का अनुभव भी ऐसा ही दर्दनाक था। उसने बताया कि उसे 6 महीने के लिए एक पिंजरे में रखा गया। इससे वह पूरे तरीके से टूट गई थी।
डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि इन लड़कियों को बाहर गेट से आगे जाने की इजाजत नहीं होती। इन्हें वहीं पर खड़े होकर अपने कस्टमर्स को आवाज देनी होती है। पास ही टैक्सी स्टैंड भी है जहां पर हमेशा भीड़ लगी रहती है।
लड़कियों ने बताया कि वहां से भागने की उनकी हर कोशिश इसलिए नाकाम हो जाती है क्योंकि पुलिसवाले भी उन वेश्यालयों के मालिकों के हाथों बिक गए हैं। साथ ही बताया गया कि यहां से लड़कियों को बेचा भी जाता है। वर्जिन लड़कियों के रेट बाकी लड़कियों के मुकाबले ज्यादा होते हैं। इन्हें 10 से 15 हजार में बेच या फिर एक रात के लिए किसी को भी सौंप दिया जाता है।