अज़हर उमरी | UPUKLive
आगरा। बच्चे देश के भविष्य है और इन बच्चों को शिक्षा दिलाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी पंकज कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रदेश सरकार द्वारा स्कूल चलो अभियान के सम्बन्ध में जिला शिक्षा परियोजना समिति की बैठक करते हुये कहा कि बच्चा किसी भी स्कूल में जाये, लेकिन पढ़े जरूर, इसके लिए 30 मार्च को सभी विद्यालयों में उत्सव जैसा माहौल किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए ग्राम प्रधान एवं स्थानीय पंचायत का सहयोग प्राप्त करने के लिए निरन्तर सम्पर्क किया जाय। उन्होंने बताया कि 06 से 14 वर्ष के प्रत्येक बालक-बालिका को निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार प्रदान किया गया है, जो एक महत्वपूर्ण एवं चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसके क्रियान्वयन के लिए प्रभावी प्रयास एवं सत्त अनुश्रवण की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि हम सकारात्मक रूप से पहल करेंगे तो निश्चित रूप से इन बच्चों के लिए अच्छा सहयोग होगा। उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय में शिक्षक अच्छा होता है वहाॅ पर समस्याएं नहीं होती हंै। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारियों के क्षेत्रवार कार्यक्रम तैयार कर जिम्मेदारी सुनिश्चित करें और क्षेत्रवार स्कूलांे पर पढ़ाई की गुणावत्ता पर जोर दें। विद्यालय उत्सव के अवसर पर विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के छोटे भाई-बहनों को भी विद्यालय में आमन्त्रित कर वातावरण से परिचय करायें ताकि बच्चे एवं उनके अभिभावक अभिप्रेरित हो सकें। अप्रैल के द्वितीय सप्ताह में सभी नेव नामांकित बच्चों के लिए स्वागत समारोह किया जायेगा। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए निर्देश दिये, ग्राम प्रधानों को आमन्त्रित कर बैठक करें जिससे प्रधानों को भी जानकारी होती है कि उनके गांव में जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हंै उनको विद्यालयों में पढ़ाने के प्रयास किये जायें।
उन्होंने कहा कि 30 मार्च को विद्यालय उत्सव के अवसर पर छात्र-छात्राओं को रिजल्ट वितरण के दौरान मेधावी तथा नियमित उपस्थिति वाले छात्र-छात्राओं, नियमित रूप से उपस्थित रहने वाले व अच्छा कार्य करने वाले अध्यापकों, विद्यालय में सक्रिय योगदान देने वाले विद्यालय समिति के सदस्यों तथा मध्यान्ह भोजन तैयार करने वाले रसोइयों को उनके कार्य की सराहना करते हुये सम्मानित किया जाये। शिक्षक व शिक्षामित्रों द्वारा विद्यालय प्रबन्ध समिति के सदस्यों सहित अपने विद्यालय के क्षेत्र में घर-घर जाकर सम्पर्क कर बच्चों को विद्यालय में नामांकित कराना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त स्वरोजगार से जुड़ी महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि हर महीने के अन्तिम शनिवार को उस महीने में पैदा हुये बच्चों का जन्म दिन मनाया जायेगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र सक्सैना ने बताया कि स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत 30 मार्च से 30 अप्रैल तक सभी बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन विद्यालयों में कराने व पूरे वर्ष उन्हें नियमित रूप से विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से उनके माता-पिता/अभिभावकों एवं जन-सामान्य को जागरूक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष 50 हजार बच्चों के नामांकन कम हुये है जिस पर चिन्ता व्यक्त करते हुये खण्ड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि हमने कहीं न कहीं जनता का विश्वास खो दिया है जिस से ऐसी स्थिति पैदा हुई है। उन्होंने कहा इस विश्वास को वापस लाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी। बैठक में ब्लाक प्रमुख एत्मादपुर राजाबेटी, परियोजना निदेशक सचिन यादव, सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी, कई ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।