नई दिल्ली।मशहूर विज्ञानी और शायर गौहर रज़ा ने न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन से ज़ी न्यूज़ की शिक़ायत की है। एसोसिएशन को दी गई चिट्ठी में कहा गया है कि ज़ी न्यूज़ ने झूठा बुलेटिन चलाकर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने मांग की है कि झूठी ख़बर चलाने की एवज़ में चैनल 1 करोड़ का मुआवज़ा दे। साथ ही, चैनल पर सार्वजनिक तौर पर माफ़ीनामा प्रसारित करे।
चिट्ठी में लिखा है कि ‘ज़ी न्यूज़ ने उनके ख़िलाफ़ 9, 10, 11 और 12 मार्च को ‘अफ़ज़ल प्रेमी गैंग का मुशायरा’ शीर्षक के साथ एक बुलेटिन प्रसारित किया। बुलेटिन दुर्भावनापूर्ण, झूठा, प्रायोजित और अपमानजनक होने के साथ-साथ पत्रकारिता की एथिक्स का खुला उल्लंघन था। नफ़रत को बढ़ावा देने वाले इस बुलेटिन की वजह से मेरी और मेरे परिवार की सुरक्षा का ख़तरा पैदा हो गया है। इस प्रोग्राम में मुझपर देशद्रोही होने का ठप्पा लगाने की कोशिश की गई है जिसकी वजह से मैं बेहद दुखी हूं।’ उन्होंने आगे कहा है, ‘ज़ी न्यूज़ ने अपने प्रोग्राम में गज़ल की लाइनें मनमाने तरीके से छांटकर दिखाई हैं जिसे मैंने 5 मार्च को सालाना शंकर शाद मुशायरे में पढ़ा था। वो ना सिर्फ सनसनीखेज़ और झूठा, बल्कि बेहद भड़काऊ था। बार-बार मुझे इसमें अफज़ल प्रेमी गैंग का सदस्य और देश विरोधी शायर कहा गया है। एंकर ने ये भी कहा कि मैं उस गैंग का सदस्य हूं जो भारत को कई टुकड़ों में बांटने का समर्थक है।
चिट्ठी में साफ-साफ कहा गया है कि ज़ी न्यूज़ ने पत्रकारिता के सभी मानकों को दरकिनार करते हुए इस पेशे की गरिमा को तार-तार कर दिया है। गज़ल के साथ छेड़छाड़ करके इसे अलग रंग देने की कोशिश हुई है। यह भी झूठ बोला गया कि मैंने अफज़ल गुरू के समर्थन में बयान दिया है।’ चिट्ठी के मुताबिक ज़ी न्यूज़ ने अपनी वेबसाइट पर दावा किया है कि उनके प्रोग्राम को दुनियाभर में लाखों लोगों ने देखा है। इस प्रोग्राम ने मेरी ईमानदार छवि और चरित्र को बेहद नुकसान पहुंचाया है। लिहाज़ा, मेरी गुज़ारिश है कि इनके ख़िलाफ़ फौरन कार्रवाई की जाए। गौहर रज़ा ने एसोसिएशन से मांग की है कि चैनल पर सार्वजनिक तौर पर माफ़ीनामा प्रसारित किया जाए। ये सुनिश्चित किया जाए कि यह प्रोग्राम दोबारा नहीं दिखाया जाएगा। जानबूझकर मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के कारण 1 करोड़ का मुआवज़ा दिया जाए। वेबसाइट और सोशल मीडिया समेत सभी जगहों से इस बुलेटिन को हटाया जाए। न्यूज़ पॉइंट ३६०