नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जब लोगों से 'सीधी बात'की तो इस मौके पर उन्होंने गोरक्षा के नाम पर हुई हिंसा की हालिया घटनाओं और कथित गोरक्षकों को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकानें खोलकर बैठ गए हैं और गोरक्षा के नाम पर वे अपनी बुराइयों को छिपाने की कोशिश करते हैं।
एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार मोदी ने कहा, 'कुछ लोग अपनी दुकानें खोलकर बैठ गए हैं। मुझे इतना गुस्सा आता है। मैंने देखा है कि कुछ लोग जो पूरी रात ऐंटी-सोशल ऐक्टिविटी करते हैं, दिन में गोरक्षक का चोला पहन लेते हैं। मैं राज्य सरकारों से अनुरोध करता हूं कि ऐसे जो स्वयंसेवी निकले हैं, अपने आपको बड़ा गोरक्षक मानते हैं, उनका जरा डोजियर तैयार करो। 70-80 पर्सेंट ऐसे निकलेंगे जो ऐसे गोरखधंधे करते हैं जो समाज स्वीकार नहीं करता है, लेकिन अपनी उन बुराइयों से बचने के लिए ये गोरक्षा का चोला पहनकर के निकलते हैं।'
पीएम ने आगे कहा, 'यदि सचमुच में वे गोसेवक हैं तो मैं उनसे आग्रह करता हूं कि एक काम कीजिए। सबसे ज्यादा गाएं कत्ल के कारण नहीं मरती हैं, प्लास्टिक खाने से मरती हैं। गाय कूड़े-कचरे में से प्लास्टिक खा जाती है और उसका परिणाम होता है कि वह मर जाती है। अब ये जो समाजसेवा करना चाहते हैं, कम से कम गाय का प्लास्टिक खाना बंद करवा दें और लोगों का प्लास्टिक फेंकना बंद करवा दें तो भी बहुत बड़ी गोसेवा होगी।'
प्रधानमंत्री ने इस दौरान विकास, गुड गवर्नेंस, अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं सहित तमाम मुद्दों पर बात की। इस मौके पर जहां नई आइडिया देने वाले लोगों को सम्मानित किया गया वहीं पीएम ने लोगों के सवालों का जवाब भी दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ऐप को भी लॉन्च किया।
-फाइल फोटो।