
अपने झूठ को सच मनवाने के लिए सोमवार को वर्दी पहनकर युवती ब्वॉयफ्रेंड के साथ पुलिस लाइन पहुंच गई। पुलिस कर्मियों ने उसका आईकार्ड मांगा तो उसके पास कुछ नहीं निकला। बैच और ट्रेनिंग के बारे में पूछने पर फटाक जवाब दिया कि फिल्लौर में ट्रेनिंग हुई। इंचार्ज का नाम पूछा तो बोली-कुलदीप सिंह कह दिया।
एसएसपी ने बताया कि उक्त युवती ने प्राथमिक पूछताछ के दौरान बताया कि उसने पुलिस की वर्दी अमृतसर से खरीदी थी। गत वर्ष ही गुरदासपुर के एक कालेज से उसने बीसीए की है। युवती ने बताया कि उनकी जिस लड़के के साथ शादी की बात चल रही थी
जानकारी के अनुसार उसके परिजनों का कहना था कि वह अपने बेटे की शादी उस लड़की से करेंगे जो सरकारी मुलाजिम हो। शादी करवाने के चक्कर में उसे फर्जी पुलिस मुलाजिम बनना पड़ा।
आगे उसके बॉयफ्रेंड कंवलजीत ने बताया कि उसका इरादा वर्दी पहनकर किसी को ब्लैकमेल करना नहीं था। ब्वॉयफ्रेंड और उसके परिवार वालों को मुलाजिम युवती से शादी करना मंजूर था इसलिए अपनी रेपुटेशन बनाने के लिए उसने वर्दी पहन ली थी ताकि उसकी शादी हो सके।