एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को अपने उस फैसले का जोरदार बचाव किया, जिसमें उन्होंने एनआईए द्वारा गिरफ्तार शहर के पांच युवकों को कानूनी सहायता मुहैया कराने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। इन युवकों को कथित आईएसआईएस आतंकवादी मॉड्यूल में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘अगर कानूनी सहायता मौलिक अधिकार है तो क्यों इन लोगों को परेशान होना चाहिए या वे इतनी परेशानी में क्यों हैं।’’ उन्होंने अपने आलोचकों को जवाब दिया, जिन्होंने उनके इस कदम की आलोचना की थी।
ओवैसी ने कहा, ‘‘अगर हम एक देश के तौर पर पाकिस्तान के खूंखार आतंकवादी (अजमल कसाब) को वकील प्रदान कर सकते हैं, तो इन भारतीय नागरिकों को क्यों नहीं, जिनपर निश्चित तौर पर आरोप लगाया गया है, लेकिन अब एनआआईए को बिना किसी संदेह के इनकी संलिप्तता को साबित करना है।