नई दिल्ली। झारखंड की बेटी महर फातिमा ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एम.फिल. एंट्रेंस परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। बच्ची के द्वारा पहली पोज़िशन प्राप्त करने पर उनके पिता काजी शकील एकता ने महर फातिमा को शुभकामनाएं देते हुए उनके शिक्षकों को धन्यवाद दिया है।
बता दें कि महर फातिमा ने जनरल कोटा से जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एम. फिल. परीक्षा के लिए टेस्ट दिया था जिनका रोल नंबर P0222021 और पंजीकरण संख्या JMI00796110 है। और उन्हों ने परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। गौरतलब है कि महर फातिमा इससे पहले कई पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं।
महर फातिमा के पिता काजी शकील एकता खुद एक राजनीतिज्ञ और शिक्षाविद हैं उन्होंने बताया कि महर फातिमा शुरू से पढ़ने लिखने में बहुत ही बुद्धिमान और तेज दिमाग थी। उन्होंने बताया कि हम ने कभी पढ़ाई लिखाई में उस के लिए पैरवी नहीं की है और बच्चों को उनकी इच्छा पर अपना मैदान चुनने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया, लेकिन हमेशा बच्चों को यह हिदायत दी कि वे अपने शिक्षकों के सम्मान में कतई कोताही न करें, यदि वह उल्लंघन करते हैं तो यह बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महर के पिता काजी शकील एकता ने बताया कि हम ने बच्चों को शुरू से कहा कि शिक्षा के लिए पैसा पहले जरूरी नहीं है बल्कि पैसे से पहले बुद्धि, शिक्षा के प्रति लालच और फिर ज्ञान की कोशिश बेहद जरूरी है फिर चौथे नंबर पर पैसा आता है। उन्होंने कहा कि पैसे के बाद पांचवें स्थान पर शिक्षकों का सम्मान और शिक्षा के लिए लंबे समय होना चाहिए।
उन्होंने कहा, हम सभी माता पिता से अपील करेंगे कि वे अपने बच्चों को अपना क्षेत्र चुनने के लिए स्वतंत्र छोड़ दें और बच्चों के प्रशिक्षण इस राह पर करें की वह अपने शिक्षकों का सम्मान हर मोड़ पर करें क्योंकि जो माता पिता बच्चों के प्यार में शिक्षकों का सम्मान नहीं करते या शिक्षकों की गरिमा का ख्याल नहीं रखते उन के बच्चे कभी तरक़्क़ी नहीं कर सकते हैं।