बिजनौर। सपा राज में बेलगाम हो चुके शेरकोट थाना अध्यक्ष धर्मेन्द्र गुज्जर ने बे कुसूर मुसलमानों को बे रहमी से पिटते हुए गोंवंश की तस्करी का इल्जाम लगाकर जेल भेज दिया।
मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक़ बिजनौर जिले के कस्बा शेरकोट थाने में तैनात थाना अध्यक्ष ने अपनी दबंगई और संघी मानसिकता का परिचय देते हुए आज एक बे कुसूर रोज़ेदार हाज़ी सुलतान पर जुल्मो के पहाड़ तोड़ दिए यहा तक की उनकी उम्र रोज़े और दाड़ी का ख्याल नही किया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ शेरकोट के मोहल्ला तराई निवासी हाज़ी सुलतान व उनके दो भाई हाज़ी मुख्तार व शमसाद तीनो अपने खेत से अपने मवेशियों गायं व बछड़े को लेकर वापस अपने घर आ रहे थे पुलिस ने उन्हें जंगल के रास्ते में ही रोक लिया और और धमकाते हुए पहले तो पैसे ऐठने की कोशिस की जिसपर हाज़ी सुल्तान ने कहा की ये हमारे पालतू मवेशी है जिन्हें हम वर्षो से अपने बच्चो की तरह पालते है। नाक़ी इनकी तिजारत करते है जैसे ही हाज़ी सुल्तान ने ये सफ़ाई दी वैसे ही पुलिस वालो ने उनकी दाड़ी रोज़े व उनकी उम्र की भी परवाह ना करते हुए उन्हें बेरहमी से पीटना सुरु कर दिया वहा खड़े उनके बड़े व छोटे भाई को भी नही बख्शा उन्हें भी थाने लाकर यातनाये दी गई।
मालुम हो की शेरकोट थाना अध्यक्ष ने ये फरमान जारी कर रखा है की 'मुसलमानों को गाय पालने का कोई हक नही, थाना क्षेत्र में जो भी मुसलमान गाय ले जाता हुआ दिखाई दे उसे पकड़कर थाने ले आओ और उसे पीटने के बाद जेल भेज दो थाना अध्यक्ष के इस अज़ीबो गरीब सनकी फरमान की नगर में चारो और निंदा हो रही है।
रमज़ान के महीने के चलते नगर का मुस्लिम समाज ख़ामोशी अख्तियार किये हुए थाना अध्यक्ष के जुल्मो को चुप चाप सहने को मजबूर है। नगर का मुस्लिम समाज इस थाना अध्यक्ष की दबंगई के चलते अपने को असहाय महसूस कर रहा है और कह रहा है की थाना अध्यक्ष राजनेताओ की सह पर नगर के अल्प संख्यको पर जुल्म कर रहा है। ज्ञात हो की इसी माह थाना अध्यक्ष ने एक और मुस्लिम की दाढ़ी और टोपी का अपमान करते हुए बेरहमी से पिटाई की थी।