नई दिल्ली।मरकर वापस लौटने की बातें हम अक्सर फिल्मों में देखते आए हैं। लेकिन असल जिंदगी में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। अबराह मोहम्मद नाम के एक व्यक्ति की पत्नी की मौत कुछ साल पहले हो चुकी थी।
पत्नी की मौत एक हादसे में हुई थी। अबराह ने खुद उसका अंतिम संस्कार किया था। कासाब्लांका के अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे बताया था कि गंभीर चोटें लगने के कारण उसकी पत्नी की मौत हो गई।
पूरा परिवार महिला को मृत मान चुका था। मिरर में छपी एक खबर के मुताबिक मौत के दो साल बाद, एक दिन पूरा परिवार चर्चित टीवी शो अल मुजाफन देखने बैठा। तभी अबराह की पत्नी ने शो में फोन किया और बताया कि वो अपने पति का कॉन्टैक्ट नंबर खो चुकी है और उसका नाम और पता बताया।
खुद अबराह वो शो नहीं देख रहा था तो उसे इस बात की जानकारी अपने दोस्तों से मिली जो शो देख रहे थे। अबरहा ने स्पैनिश प्रेस को दिए इंटरव्यू में बताया, ''मुझे नहीं पता था कि मैंने किसी और का अंतिम संस्कार किया और मेरी पत्नी जिंदा है।'
कुछ लोगों का ये भी मानना है कि उसकी याद्दाश्त चली गई थी। इसलिए उसने पति से संपर्क करने में दो साल लगा दिए। वो अजीलाल नाम के छोटे से पहाड़ी शहर में रही। डॉक्टरों ने उसके पति को बताया था कि वो जिंदा नहीं बचेगी लेकिन उन्हें अस्पताल का बिल भरना होगा।
पति पैसे लेने घर वापस गया और जब तक लौटा, पत्नी मर चुकी थी। बाद में जो लाश उसे उसकी पत्नी बता कर थमाई गई, वो एक कपड़े में लिपटी और ताबूत में रखी थी।