सऊदी अरब के शिया बाहुल प्रांत अश्शरक़िया के क़तीफ़ इलाक़े में 14 लोगों को आतंकवाद के आरोप में फांसी और 9 अन्य को उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई गई है। रियाज़ ने 2 जनवरी 2016 को इस देश के बड़े शीया धर्मगुरु शैख़ निम्र अन्निम्र सहित 47 शीयों को फांसी दी थी।
सऊदी अरब अनेक बार क़तीफ़ क्षेत्र के शीआयों पर हमला कर चुका है। कुछ दिन पहले एक वीडियो क्लिप प्रसारित हुयी थी जिसमें सऊदी सुरक्षा बल शिया अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ बक्तरबंद वाहन इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहे थे।
ग्लोब ऐन्ड मेल नामक अख़बार के अनुसार, इस वीडियो क्लिप की समीक्षा से पता चलता है कि यह क्लिप 2012 से 2015 के वर्षों की है जिसमें रियाज़ शासन अपने विरोधियों, ख़ासतौर पर शियों के ख़िलाफ़ बक्तरबंद वाहन का इस्तेमाल कर रहा है। इस विषय ने रियाज़ शासन की ओर से अपने नागरिकों के ख़िलाफ़ बक्तरबंद वाहन का इस्तेमाल करने के कारण चिंता बढ़ा दी है।
आले सऊद शासन का दावा है कि अश्शरक़िया प्रांत में सैन्य कार्यवाही आतंकवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष के लिए की जा रही है जबकि प्रकाशित वीडियो क्लिप से स्पष्ट होता है कि ये कार्यवाहियां विरोधियों के दमन के लिए की जा रही हैं।
ज्ञात रहे सऊदी अरब में लगभग 10 से 15 फ़ीसद आबादी शीयों की है। इस आबादी का बड़ा भाग अश्शरक़िया में बसा हुआ है। सऊदी अरब का पूर्वी प्रांत तेल की दौलत से मालामाल है। इस प्रांत में तेल निकालने के सबसे बड़े कुएं हैं।