बाबू अंसारी | UPUKLive
बिजनौर। धरती का सीना चीरते हुए खनन कारोबारियों के नही काँप रहे हाथ। धन दोगुना चोगुना करने के चक्कर में धरती माँ की भी चीख पुकार सुनाई नही दे रही इन खनन के ठेकेदारों को पुलिस का खोफ़ रत्ती भर भी नही मानो जैसे "वीरप्पन ज़िंदा हो गया हो और पुलिस सो गई हो।
कई बार ख़बर लगाने के बाद भी लगातार चीर रहे है धरती का सीना मिट्टी से भरा एक डम्फर 1500 रुपयों में खाली प्लाटों को भर रहा है कोई ठेकेदार मंत्री जी का नाम लेकर कर रहा है ये काम तो कोई धार्मिक स्थल की आड़ में भर रहा निजी प्लाट अमीरों के इसी खेल के चलते नगर का गरीब जिसकी छत कच्ची है वो एक भेसा गाड़ी मिट्टी के लिए भी तरस रहा है और हर बारिस में छत से टपकते पानी को सीच रहा है। क्युकी खनन पर प्रतिबन्ध के चलते कोई भेसा बुग्गी वाला उसे मिट्टी लाकर देने को तैयार ही नही होता कहता है की इतने पेसो की मिट्टी नही बिकेगी जितने पैसे पुलिस को देने पड़ जायेगे अगर पुलिस वालो की नजरे गाड़ी पर पड़ गई तो।