अज़हर उमरी | UPUKLive
आगरा। पुलिस ने हाजी मुईन उद्दीन के कत्ल का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। कत्ल में मरने वाले का पुत्र और पत्नि शामिल है। बेटे ने अपनी मर्जी से शादी की थी जिसकी विरोध पिता (हाजी मुईन उद्दीन) करते थे। इसी विरोध के चलते बेटे और बीवी ने बेरहमी से अपने वालिद का कत्ल कर लाश को सूटकेस में बंद कर एत्मादपुर इलाके के तलाब में फेंक दी थी।
थाना ताजगंज इलाके में हाजी मुईन उद्दीन वल्द सलीम ताजगंज इलाके में ताजनंगरी फेस-1 एलआईजी 159-160 में अपने परिवार के साथ रहा करते थे। मुईन उद्दीन का ढोलीखार मझटोला इलाके में जूता का कारखाना था। मुईन का बेटा मुवीन अपनी क्लास फैलो के साथ शादी करना चाहता था जिसकी मुखालिफत उसका वालिद (हाजी मुईन उद्दीन) करते थे।
जिसके चलते हाजी मुईन उद्दीन ने अपने लड़कों के साथ मार पीट भी की थी। घरवालों का कहना है कि हाजी मुईन उद्दीन बहुत गुस्से वाले दिमाग़ के थे और अक्सर अपनी बीवी और बच्चों से झगड़ा कर मारपीट किया करते थे। इसी मारपीट से और अपनी पंसदीदा शादी की मुखालिफत से परेशान हो कर मुवीन ने अपने वालिद हाजी मुईन उद्दीन का कत्ल करने के लिए अपने दोस्त अभिनव को पचास हजार रूपये की सुपारी दी।
हाजी मुईन उद्दीन जब घर में सो रहे थे तब मुवीन और अभिनव ने प्लांनिंग के तहत दोनों ने चाकुओं से गोद कर हाजी मुईन उद्दीन का कत्ल कर दिया मुवीन की मॉ (हाजी मुईन उद्दीन की बीवी) भी इस कत्ल में शामिल थी। मुवीन ने अपनी मां को दूसरे कमरे में बंद कर दिया था। मुवीन की लाश को प्लास्टि के कवर में पैक करके सूटकेस में रखकर रात करीब 3.30 बजे एत्मादपुर इलाके में फेंक आये।
मुवीन की मॉ ने घर के फर्श पर पड़े खून की साफ सफाई की। जिन कपड़ों में खून और खून से सनी चादर को को एक चावल के बोरे में रख दिया और मुवीन और अभिनव ने विभव नगर के नाले में फेंक दिया। अगले दिन मुवीन का परिवार दरगाह देवा शरीफ की जियारत करने के बहाने लखनऊ चले गये। वापस आने के बाद अपने रिश्तेदारों से अपने वालिद की बंगलूरू जाने की बात कही।
सात आठ दिन बाद रिश्तेदारां का उसका पतह नहीं चला तो मुवीन ने अपने वालिद की गुमशुदगी 24 मई रिपोर्ट थाने में दर्ज करा दी, जिससे मुवीन पर किसी को कोई शक नहीं था। मरने वाले के भाई समी ने थाना एत्मादपुर में मिली लाश की शिनाख़्त मुईन के रूप में की। इस शिनाख़्त पर मुईन के भाई समी ने थाना ताजगंज में मुकदमा रजिस्ट्रड कराया।