यूपी में अयोध्या में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को राइफल चलाने, तलवारबाजी और लाठी चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। संगठन का कहना है कि यह ट्रेनिंग हिंदुओं की सुरक्षा के लिए है। कार्यकर्ताओं ने अयोध्या में सरयू किनारे रामचंद्र परमहंस की समाधि पर सरयू जल हाथ में लेकर राममंदिर निर्माण के लिए मरने और मारने की शपथ ली है।
अयोध्या के अलग-अलग मंदिरों में तीन दिन चली बैठक के बाद धर्मसेना नाम के एक नए संगठन बना है। इसमें उत्तर प्रदेश के लगभग 40 जिलों के लोगों ने भाग लिया। इनमे शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष दूबे भी है, जिनपर बाबरी विध्वंश का मुकदमा चल रहा है।
भास्कर न्यूज़ के अनुसार शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष दुबे ने कहा, 'शपथ ली गई है कि हम जीवन की अंतिम सांस तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जो जरुरत पड़ेगी, मरना या मारना जो भी करना पड़ेगा। हम उसके लिए तैयार रहेंगे, हम पूर्ण अहिंसावादी विचारधारा के है, लेकिन न देवं न पलायामम न किसी को जमीन दी जाएगी न कंही और बनाएगे वहीं बनाएंंगे। हाईकोर्ट का भी आदेश आया, लेकिन सत्ता में बैठे लोग कुछ नहीं कर रहे है इसलिए हमारा उद्देश्य साफ है। हम राम मंदिर चाहते है और राम मंदिर बनाएंगेे। अंतिम सांस तक अपने जीवनकाल में बनाकर ही यंहा से जाएंगे हम अब और प्रतीक्षा नहीं कर सकते।
बजरंग दल के राष्ट्रीय सह संयोजक मनोज वर्मा ने कहा,'ये हम अपने युवाओं से चाहते हैंं कि वह वैचारिक रूप से पुष्ट हो और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य हो। जिस तरह की कल्पना स्वामी विवेकानंद ने की थी की इस राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सशक्त युवा होना चाहिए, उस तरह के युवाओं का निर्माण करना इसका उद्देश्य है। इसको अवध प्रांत कहते है। उत्तर प्रदेश के 6 हिस्से है। इसमें एक अवध प्रांत है उस प्रांत के 24 जिलो के यह कार्यकर्ता है। अवध प्रांत के इन लोगोंं का ट्रेनिंग कारसेवकपुरम में पूरा हुआ है। ऐसे ही काशी प्रांत का सुल्तानपुर में है। ऐसे ही बिंंदकी का कानपुर में है। ऐसे ही यह कार्यक्रम है। राम मंदिर निर्माण हमारी आस्था का प्रमुख विषय है, बजरंग दल का यह प्रारम्भिक और जरूरी काम है। इस काम के लिए जो भी आवश्यक काम होगा, सभी प्रकार का काम बजरंगदल के कार्यकर्ता करने के लिए तैयार है।