एम एम हयात
मुसलमानों ने कभी अकबर को अपना नायक नही माना परंतु पता नही क्यों मनुवादी महाराणा प्रताप को अपना नायक मानते हैं?
कभी भी मुसलमानों ने अकबर के नाम पर सड़क, स्कूल, कॉलेज या यूनिवर्सिटी, हवाई अड्डे, बस स्टैंड…..आदि किसी का भी नाम अकबर के नाम पर रखने की माँग नही की, जानते है क्यों?
क्योंकि एक शासक की दृष्टि से अकबर महान है, आप चाहे तो भारत देश का नाम बदलकर महाराणा प्रताप कर दीजिए लेकिन वो ना कभी महान थे ना ही कभी महान होंगे…..
आपको पूरे उत्तर भारत में कँई स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, बस अड्डे के नाम महाराणा प्रताप के नाम पर मिल जाएँगे लेकिन फिर भी मनुवादी लोग परेशान हैं कि महाराणा प्रताप महान साबित क्यों नही हो पा रहे हैं इसलिए एक, दो सड़क जो अकबर के नाम पर है उसका नाम बदलकर महाराणा प्रताप रोड करने की माँग कर रहे हैं….
जो लोग इतिहास नही बना पाते वो नाम बदलकर इतिहास बदलने की कोशिश करते हैं। जरूर बदलिये नाम बुलंद दरवाजा, आगरा का किला, इलाहाबाद सबका नाम बदलिये।
परंतु याद रखिए
जो इतिहास से खेलता है, फिर इतिहास भी उनसे खेलता है..
इतिहास अपने आप को दोहराता है
(ये लेखक के निजी विचार हैं , UPUKLive की सहमति आवश्यक नहीं)