मंदसौर, राजस्थान। एक महिला अपने मृत बच्चे को लेकर 10 दिन तक मंदिर में इसी आसा में बैठी रही कि भगवान इसे जीवित कर देंगे। बदबू आने के बाद लोगों ने पुलिस को सुचना दी। पुलिस ने पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचकर शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाया।
पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस की मानें तो बच्चे की मौत को 10 दिन से ज्यादा हो गए हैं। महिला सबसे पहले अपने बच्चे को लेकर सांवलियाजी मंदिर और पशुपतिनाथ महादेव मंदिर ले गई थी। लोगों ने बताया कि ये सभी तीन दिन से घूम रहे हैं।
बच्चे की मौत 72 घंटे से भी पहले हो गई थी। उसके शरीर के अंग भी गर्मी के कारण गलने लगे थे। बच्चे का शरीर डी कंपोज होने में समय लगता है इसलिए इतने दिन तक पता नहीं चल पाया।
बच्चा भगवान ने दिया
ज्योति से उसके पति के बारे में पूछा गया। इस पर उसका कहना था कि बच्चा भगवान ने दिया है। उसका किसी से कोई संबंध नहीं है। टीआई ने कहा कि जब उन लोगों से बच्चे के जन्म के बारे में पूछा गया तो वे कुछ नहीं बता पा रहे थे। बातों से लग रहा है कि वे लोग मानसिक रूप से बीमार हैं।