अज़हर उमरी | UPUKLive
आगरा। सिविल सोसायटी आगरा ने उयरपोर्ट अथार्टी आफ इंडिया के चेयरमैन के समक्ष आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाये जाने का दावा दर्ज करवाया है। इस प्रतिवेदन में कहा गया है कि दिल्ली के बाहर दो सौ कि मी की दूरी पर अगर कोई नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट खोलना ही है तो आगरा ही सबसे उपयुक्त स्थान है।
उ प्र ही नहीं कई राज्यों में फैले नेशनल कैपीटल रीजन में आने वाले हवाई यात्रियों में पर्यटन के उद्धेश्य से आने वालों की सबसे अधिक संख्या आगरा आने जाने वालों की होती है।रेलवे ने आगरा की टूरिस्टट्रेड से जुडी जरूरत को पहचाना है, इसी लिये देश की सबसे पहली टूरिस्ट उद्धेश्यीय ट्रेन ताज एक्सप्रेस के रूप में आगरा के लिये चलायी। यही नहीं समय के बदलते दौर को दृष्टिगत नवीनतम गतिमान एक्सप्रेस भी यहीं के लिये शुरू की।
जहां तक जेबर का प्रश्न है, वहां भी उन्हीं हवाई यात्रियों को लक्ष्यकर हवाई अछछा बनाये जाने की बात कही जा रही है जिन्हें आगरा या दिल्ली आना-जाना होता है। दो स्थानों की सीधी कनैक्टिविटी होनेके बाबजूद तीसरे स्थान के रूप में जेबर निहायत गैर जरूरी और पर्यटन को आने वालों की जेब पर अतरिक्त बजन डालने वाला है।
ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट आगरा डिजर्ब इट’जागो आगरा जागो’ के कॉडीनेटर एवं आगरा सिविलसोसायटी के कन्वीनर श्री अनिल शर्मा ने कहा है कि उनका मुख्य मुद्दा ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट और इसका आगरा में बनाया जाना। जैसा कि आगराके नागरिकों की ओर से नगर निगम सदन एक प्रस्ताव परित कर स्पष्ट कर चुका है।
श्री शर्मा ने कहा है कि चाहे सिविल एन्कलेव या कितनी भी नई हवाई पट्टियां या हैलीपेड बन जाये उनके लिये किये जाने वाले प्रस्तावों और प्रयासों स्वागत है किन्तु ये ताज इंटरनेशन एयरपोर्ट से इतर की हवाई सुविधायें हैं। उन्होंने कहा कि आगरा के आम नागरिकों की बात जहां नागर निगम के माध्यम से खुलकर सामनेआ चुकी है, वहीं अब यह भी साफ हो चुका है कि आगरा के जनजीवन में असर रखने वालों में से कुछ जाने अनजाने यमुना एक्सप्रेसवे और लखनऊ –आगरा एक्सप्रेस वे संचालकों के हित ज्यादा पूरे करने के स्थानों पर ताजइंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेजाने की जोडतोड में ज्यादा हैं। जहां तक इस आंदोलन से जुडे एक्टविस्ट के रूप में रहा अनुभव है, आम नागरिक काफी चीजें खुब समझता है और आने वाले समय में अपने तरीके से प्रतिक्रिया भी देगा।
उल्लेखनीय है कि श्री शर्मा ने 2 May को नई दिल्ली स्थित राजीव गांधी भवन जाकर एयरपोर्ट अथार्टी के चेयरमैन आफिस पहुंच कर अपना विरोध दर्ज करवाया तथा अनुरोध किया कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिये आगरामें जमीन उपलब्ध करवाने को उ प्र शासन को रिमांइंडर जारी करें।