ग्वालियर।शनिवार की रात इंजीनियरिंग की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। फांसी लगने का पता रविवार को तब चला, जब छात्रा की मकान मालकिन उसे खाना देने दोपहर करीब 12.30 बजे पहुंची। छात्रा बीई का पेपर बिगड़ने से परेशान थी, जिस कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी पीड़ा लिखी है। शव को पीएम हाउस के लिए भिजवा दिया गया है।
सीएसपी अखिलेश रैनवाल ने बताया, मुरार के मीरा नगर स्थित शिवहरे कॉलोनी में पेशे से ठेकेदार चंद्र प्रकाश त्यागी निवासी सीहोर की 21 वर्षीय बेटी प्रज्ञा उर्फ चुन्नु आईटीएम कॉलेज में बीई सेकंड ईयर की छात्रा थी। प्रज्ञा यहां किराए का कमरा लेकर रह रही थी। उसने दुपट्टे से पंखे पर लटककर फांसी लगाने से पहले दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। पुलिस कुंडी तोड़कर कमरे के अंदर पहुंची। शाम को दतिया से प्रज्ञा के मामा को बुलवाया गया, तब बॉडी उतरवाकर पीएम हाउस भेजी।
काश ! अगले जन्म में आप सब मिलें
प्रज्ञा ने सुसाइड नोट में लिखा कि मुझे माफ कर देना। मुझे नहीं पता, आप जैसे मम्मी-पापा होने के बाद भी मैंने मरने का रास्ता क्यों चुना, पर मेरा रिजल्ट आने वाला है। मैं बहुत ज्यादा परेशान हूं और ये भी जानती हूं कि इस बार भी 2-3 बैक आ जाएंगी। इसलिए पापा को और ज्यादा परेशान होते हुए नहीं देख सकती। मुझे पता है कि रिजल्ट आने के बाद भी वो मुझे कुछ नहीं बोलेंगे, बस समझाएंगे। उन्हें अंदर से बहुत दिक्कत होगी, पर पापा सच्ची मैं हमेशा पढ़ाई करती और एक्जाम में लिखकर आती हूं पर पता नहीं रिजल्ट अच्छा क्यों नहीं आता। मुझे अभी रिजल्ट की बहुत टेंशन है, इसलिए मरने से अच्छा रास्ता मुझे और कोई नहीं लग रहा है। सॉरी पापा-मम्मी, छोटू और प्राची, लव यू सो मच ऑल। काश अगले जन्म में भी सब मुझे मिलें।