पटना। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के बगहा में बुध को IIT में पढ़ने वाले बच्चों को लेकर विवादित बयान दिया है। गिरिराज सिंह ने पढ़े लिखे लोगों को गौ मांस खाने वाला बताया है। सिआसत की रिपोर्ट के अनुसार गिरिराज ने कहा कि आज लोग अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए दौड़ रहे हैं। कह रहे हैं कि मेरा बच्चा आईआईटी कर जाए। आईआईटी में पढ़कर क्या कर रहे हैं। आज समाज में जो बच्चे गिर गए हैं गौ मांस खा रहे हैं। 10 में से नौ लोग जो गौ मांस खा रहे हैं वे पढ़े लिखे हैं। पहले मां-बाप पढ़े-लिखे नहीं होते थे, पर बच्चों को भटकने नहीं देते थे।
गिरिराज सिंह ने कहा- ”हिंदू को दो और मुसलमान को भी दो ही बच्चे होने चाहिए। हमारी आबादी घट रही है। बिहार में सात जिले ऐसे हैं जहां हमारी अबादी घट रही है। अबादी कन्ट्रोल के नियम को बदलना होगा। तभी हमारी बेटियां महफुज रहेंगी। नहीं तो हमें भी पाकिस्तान की तरह अपनी बेटियों को पर्दे में बंद करना होगा।” गिरिराज के कहने का मतलब बिहार के किशनगंज और अररिया जैसे जिलों से था, जहां मुस्लिम आबादी हिंदुओं के मुकाबले बढ़ रही है।
गिरिराज सिंह ने कहा- “आजादी के बाद मुल्क में हिंदुओं की आबादी 90 फीसद थी, जो आज कम होकर 72-74 फीसदी रह गई है।” “जिस तरह हमने आर्यावर्त ( भारत का पुराना नाम) और जम्बू द्वीप खोया, उसी तरह भारतवर्ष भी खो देंगे।” “साधु-संत मजहब को बचा सकते हैं। इसलिए उन्हें अपनी धर्म यात्रा सालभर जारी रखनी चाहिए।”