अलीगढ। आए दिन बीजेपी और उसके समूह की पार्टियां उलटे सीधे बयान देने लगी हैं, इसी में ताज़ा बयान आया है अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बारे में. जिस बात में शायद ही इतिहास में किसी को संदेह हो उस बात को ना जाने किस तरह का मोड़ देकर भारतीय जनता पार्टी की स्टूडेंट विंग ने एक शिगूफ़ा छोड़ दिया
सिआसत की रिपोर्ट के अनुसार विवादित बयानों की फ़ेहरिस्त में अपनी जगह बनाता हुआ ये बयान अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक महान सर सय्यद अहमद खान को यूनिवर्सिटी का संस्थापक मानने से इनकार करता है. भारतीय जनता पार्टी के डॉ मानवेन्द्र सिंह ABVP के कार्यकर्म में कहते हैं कि सर सय्यद अहमद खान की मौत 1897 में हुई थी जबकि यूनिवर्सिटी 192० में बनी है, वो कैसे AMU के संस्थापक हो सकते हैं. आगे वो कहते हैं कि हालांकि अलीगढ कॉलेज की स्थापना 1875 में उन्ही के द्वारा की गयी थी. पिछले इतने सालों में इतिहास के इस सच को किसी ने इस तरह का नया रंग देने की कोशिश नहीं की लेकिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् जो पिछले कई सालों से छात्रों के हित पे चर्चा करना छोड़ चुका है, इस तरह के शिगूफे छोड़ने का काम कर रहा है।