झांसी। सौतेली मां की रोज रोज मारपीट से तंग आकर महाराष्ट्र की 3 लड़कियां घर से तो भाग आईं, लेकिन कहां रहेंगी, क्या करेंगी, कुछ पता नहीं था। ट्रेन से झांसी में उतरीं और बाहर खड़े आॅटो चालक ने हावभाव देखकर ही सबकुछ समझ लिया। वो बहला फुसलाकर एक व्यक्ति के पास ले गया।
तीनों बतौर किराएदार रहने लगीं, मकान मालिक ने पहले तो बहुत मदद की फिर सारी कहानी समझने के बाद तीनों को जिस्मफरोशी के दलदल में धकेलना की प्लानिंग कर ली। लड़कियां नौकरी की तलाश कर रहीं थीं। उन्हें बताया कि इस जॉब में इतने पैसे हैं कि खर्च करते करते थक जाओगी।
ये लड़कियां महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के नागांव की महातवली विजयस की रहने वाली हैं। इनमें दो सगी बहने हैं। दोनों अपनी सहेली के साथ करीब एक माह पहले घर से भागी थीं। इसके बाद तीनों रुपए जुटाने के लिए अपने सोने के ईयर रिंग बेच दिए। फिर ट्रेन से झांसी पहुंचीं।पहली बार झांसी पहुंची इन लड़कियों ने स्टेशन के बाहर आकर ऑटो ड्राइवर से रहने का स्थान पूछा। ऑटो ड्राइवर ने इन्हें मदद का भरोसा दिया और झांसी के नई बस्ती इलाके में एक मकान में ले गया। यहां रहने के बाद तीनों लड़कियां जॉब तलाशने लगी।
उनके अनुसार, मकान मालिक ने उनकी खूब मदद की और खाने पकाने का सामान तक लाकर दिया। इसके कुछ दिन बाद ही वह रात में कमरे में आया और कहा, 'मैंने तुम लोगों की मदद की, अब हमारी इच्छापूर्ति करो। इसके बाद वह एक महिला से संपर्क कराया, जिसके तार दिल्ली से देह व्यापार से जुड़ा था। लड़कियों के अनुसार, महिला ने कहा कि इस धंधे में उतरो, अच्छी जॉब है। यहां तुम लोग इतना कमाओगी कि जिंदगी में कभी पैसे कम नहीं पड़ेंगे और बैठकर खाएगी। इसकी भनक लगते ही तीनों उसके घर से भाग निकली और पुलिस के पास पहुंच गईं।