जसपुर | UPUKLive
सट्टा कारोबार पर रोक लगाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। अलबत्ता पुलिस महीने में एक दो लोगों को जेल भेजकर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर रही है। सट्टे के कारोबार के चलते कई गरीब परिवार भुखमरी के कगार पर आ गये है।पुलिस ने मंगलवार को भी मोहल्ला नई बसती निवासी इरषाद पुत्र षाहिद हुसैन को सटटे की खाईबाड़ी करते गिरफतार कर जेल भेजा है। उसके पास से 840 रूपये नकद एवं सटटा पर्ची मिले है।
नगर में इन दिनों सट्टा कारोबार ने अपनी जड़े पूरी तरह से जमा रखी है। गरीब एवं मजदूर तबके के लोग सट्टे के मकड़जाल में फंसे हुए है। वह चाह कर भी इससे बाहर नहीं आ पा रहे है। सट्टे की खाईबाड़ी करने वाले मोहल्ला नई बस्ती, नत्थासिंह, चैहनान आदि स्थानों पर नंबर लगाते देखे जा सकते है।
दो साल पहले निर्वतमान एसएसपी रिद्विम अग्रवाल ने अपनी टीम भेजकर सट्टे की खाईबाड़ी करने वाले सटोरियों को गिरफ्तार करवाया था। बावजूद इसके सट्टे पर पूर्ण रूप से अंकुश नहीं लग सका।वहीं पुलिस ने माह जनवरी से लेकर अब तक केवल दर्जनभर लोगों को ही सट्टे में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियॉ निशान लग रहे है। वहीं इसके मकड़जाल में फंसे लोगों के परिवार भुखमरी के कगार पर आ गए है।