
आपको बतादे शंकर दयाल की दुकान के पीछे ही मो. उमर परिवार सहित रहते थे, जो वक्फ के मुतवल्ली थे। कई दिनों से बीमार चल रहे मो. उमर की मौत हो गई। जिसमें शंकर दयाल शर्मा सहित तीन लोग किराए पर दुकान खोले हुए हैं।
सुबह के समय जनाजा निकलना था, जिसके लिये रास्ता नहीं था। इसको लेकर मो. उमर के परिजनों ने दुकान हटाए जाने को कहा।
जिसको लेकर पहले तो दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बन गई, इससे पहले कि रमजान के पाक महीने में सौहार्द का वातावरण दूषित होता आपसी सूझबूझ के चलते समस्या का समाधान कर लिया गया और शंकर दयाल शर्मा दीवार हटवाने को राजी हो गए। जिसके बाद दुकानदार ने दीवार को तुड़वा दिया।
मामला निपटाने पर व्यापार मंडल और पुलिस प्रशासन ने भाई चारे की मिसाल पेश करने वालों को माला पहनाकर सम्मानित किया