अज़हर उमरी | UPUKLive
फिरोजाबाद में गुलशन ए रजा वैलफैयर सोसाइटी के तत्वाधान मंे सालाना इस्लामिक समर क्लासेज का समापन समाराहे किया गया जिसमें अच्छे अंक लाने वाले छात्र- छात्राओं को ट्ाफी, अवार्ड देकर सम्मानित किया गया और इनाम वितरण किया गया। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में समाज सेवी एवं उर्दू साहित्यकारों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
फिरोजाबाद के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र कश्मीरीगेट, साठ फुटा रोड स्थित शहनाई मैरिज होम में सोसाईटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम मंे मुख्य अतिथि डा0 सैयद अजमल अली शाह नियाजी कादरी आगरा, विशिष्ठ अतिथि डा0 एन्ड्यू प्रकाश विभागाध्यक्ष एप्लाइड बिजनिस इकोनोमिक्स सेन्ट जोंस कालेज आगरा तथा वाजिद अली नूरी रहे।
प्रशस्त्रि पत्र पाने वालों में मुख्यरूप से सालिम सुजा अन्सारी को बैस्ट शायर से नवाजा गया, मौलाना तनवीर कादरी को फखरे फिरोजाबाद एंड इस्लामिक स्कालर से नवाजा गया जबकि डा0 जफर आलम को बैस्ट समाजसेवी व सैयद ख़ाबर हाशमी को बैस्ट इमरजिंग जनरिस्ट उर्दू , सालाना इमाम अहमद रजा अवार्ड से नवाजा गया।
अच्छे अंक प्राप्त कर पुरूस्कृत होने वाले छात्र- छात्राओं में प्रथम वर्ष में नाजिश, द्वितीय वर्ष में फरहत खान, तृतीय वर्ष मंे रूकईया फातिमा एवं अन्तिम वर्ष में असमा नाज को प्रथम पुरूस्कार से नवाजा गया। जबकि द्वितीय पुरूस्कार हासिल करने वालों में सुम्बुल कैफ़ फातिमा, आलिया फातिमा, अर्सीनाज और तृतीय पुरूस्कार पाने वालों में राबिया परवीन, मुरसलीन, शगूफा समी, निशां नाज आदि रहे।
सोसाइटी के सचिव मुहम्मद अरशद खान रजवी ने कहा कि बच्चे हिन्दी, अंग्रेजी तालीम स्कूल, कालेजों में हासिल करते हैं लेकिन उनके अन्दर अपने मजहबी तालीम की कमी को देखते हुए सोसाइटी गर्मियों की छुटिटयों में उन्हें मजहबी तालीम देने का काम कर रही है जिससे बच्चों में यह जानकारी हो कि कोई मजहब बुराई, नफ़रत नहीं सिखाता है बल्कि इन्सान को इन्सानियत के रास्ता पर चलकर इन्सान के काम आने और एक दूसरे के साथ मिलकर भाईचारा बनाये रखने का सन्देश दिया जाता है। नेक बनो और एक बनो का जज्बा पैदा करने का काम किया जाता है जिससे देश में एकता और अखण्डता बनी रही।
कार्यक्रम के दौरान हाल पूरी तरह से खचाखच भरा नजर आ रहा था और लोगो ने सोसाइटी द्वारा उठाये गये कदम की सराहना की है। कार्यक्रम में प्रमुखरूप से शहर काजी सययद शाहनियाज अली, अफजाल अहमद, नूरूल इस्लाम, शकील अन्सारी, जाहिद अली, बसीम निहाल, जावेद अजमल, जहीन अहमद आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मियां बशार उददीन और संचालन हाफिज रफी उददीन ने किया।