अज़हर उमरी | UPUKLive
आगरा/कासगंज। आगामी विधान-सभा चुनाव 2017 हेतु भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) पर आधारित तकनीक के माध्यम से बूथ को मैप किया जायेगा एवं बूथ की सीमाओं को भी गूगल अर्थ के माध्यम से विकसित किया जायेगा | मतदाता सूची के शुद्धिकरण का कार्य मुख्य रूप से किया जाना है जिसमें नए मतदाताओं को जोड़ना एवं डुप्लीकेट मतदाताओं को सूची से हटाया जाना शामिल है |
इस कार्य के सफल क्रियान्वयन हेतु चुनाव आयोग द्वारा आनलाइन पोर्टल तैयार किया गया है जिसका प्रशिक्षण जनपद स्तर पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी (एनआईसी) द्वारा दिया गया| प्रशिक्षण में सभी ईआरओ, एईआरओ, बीआरसी आपरेटर एवं इलेक्शन कार्यालय के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया| सभी प्रतिभागियों को एनईआरपी 2016 कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गयी एवं आनलाइन पोर्टल पर कार्य करना सिखाया गया| इसके साथ बूथ की भौगोलिक सूचना प्रणाली के साथ मैपिंग एवं बूथ की सीमाओं का भी जीआईएस द्वारा चित्रांकन किया जायेगा जिससे आसानी से बूथ एवं उसके अंतर्गत आने वाली आबादी का पता लगाया जा सके |
इस मौके पर उप-जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला सूचना विज्ञान अधिकारी उपस्थित रहे| उप-जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बीएम मिश्र ने आम नागरिको को ज्यादा से ज्यादा तकनीक का प्रयोग कर चुनाव से सम्बंधित पोर्टल एवं एप्लीकेशन से जुड़ने हेतु प्रेरित किया एवं यह भी कहा कि सभी राष्ट्रीय मतदाता सर्विस पोर्टल http://www.nvsp.in/ पर उपलब्ध आनलाइन सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं एवं भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाएं| जिला सूचना विज्ञान अधिकारी श्री महेंद्र सिंह द्वारा पोर्टल पर कार्य करने, बूथ की मैपिंग एवं सीमाओं को सॉफ्टवेयर में बनाने की तकनीक को समझाया गया|