अज़हर उमरी | UPUKLive
आगरा। शहर में आए रालोद के साबिक एमपी जयंत चौधरी सादाबाद के पूर्व विधायक डॉ. अनिल चौधरी, मंडल अध्यक्ष केदार सिंह चैहान और जिलाध्यक्ष ब्रजेश चाहर के साथ मृतक रमेश नागर के घर पहुंचे। यहां पर पहले उन्होंने रमेश नागर के पिता पोहप सिंह से मुलाकात की।
इसके बाद वे उस कमरे में गए, जहां हादसे से दहशत में आई रमेश नागर की बेटी संदिली और उनका भतीजा बैठा हुआ था। करीब आधा घंटे तक दोनों बच्चों से बात की। जयंत चैधरी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में कहीं न कहीं तो स्मृति ईरानी का कसूरवार है, जो छुपाया जा रहा है। इस मामले में कहना चाहूंगा कि पुलिस निडर होकर काम करे।
ग़ौरतलब है कि यमुना एक्सप्रेस वे पर सनीचर को सड़क हादसे में रमेश नागर की मौत हो गई। उनकी बेटी संदिली और भतीजा घायल हो गया। इल्ज़ाम है कि केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के काफिले की गाड़ी से यह हादसा हुआ। वहीं केन्द्रीय मानव संसाधान विकास मंत्री का कहना है कि उनके काफिले की किसी भी गाड़ी से हादसा नहीं हुआ। इस घटना की चश्मदीद गवाह बनी रमेश नागर की बेटी का कहना है कि स्मृति ईरानी ने थोड़ी सी इंसानियत दिखाई होती तो शायद उसके वालिद बच जाते।
फोटो - मरहूम रमेश नागर के घरवालों से बातचीत करते रमेश नागर रालोद के साबिक एमपी जयंत चैधरी और दीगर।